इश्क़ मे बावरा दिल
चलिए सुरु करते है....।
एक छोटा सा घर जो ना ज्यादा बड़ा है और ना ही छोटा लेकिन देखने में काफी खूबसूरत लग रहा है घर के गार्डन में काफ़ी सुन्दर सुन्दर फूल लगे हुए साथ में एक छोटा सा झूला भी है। दो चेयर उसके साथ एक कॉफी टेबल भी है। गार्डन काफ़ी खूबसूरत तरीके से सजाया गया है जो इस घर की सुंदरता में चार चांद लगा रहे हैं
वही घर के अंदर से किसी बच्चे की खिलखिलाहट सुनाई देख रही है। अंदर का नज़ारा कुछ इस तरह है। एक छोटी सी बच्ची दौड़ते हुए हस रही है और अपनी मीठी- मीठी प्यारी सी आवाज में बोल रही है मम्मा..मम्मा...पकलो मुझे - मुझे पकलो...मम्मा... उसके पीछे से एक औरत उसे रोकने की कोशिश कर रही है। आशी बच्चा रुक जाओ। देखो मम्मा को डैडा के लिए ब्रेकफस्ट रेडी करना है। उन्हें लेट हो जायेगा।
आप को भी तो स्कूल जाना है। जल्दी से बाल बनवा लो आप फिर मम्मा आप का लंच बॉक्स रेडी कर देगी। आप भी डैडा के साथ चले जाना ऐसे लेट करोगे तो डैडा के साथ नहीं जा पाओगे फिर आप ही उदास रहोगे जैसे ही उस बच्ची ने ये सुना उसके पैर अपनी जगह रुक गए। वो पीछे मुड़ी छोटी सी नाक पिंक होंठ बड़ी बड़ी गोल आँखे दूध जैसा सफ़ेद रंग लम्बे बाल ऐसा लग रहा था।छू लो तो पिघल जाएगी।
बेइंतहा की खूबसूरती मासूम सी जान बहुत प्यारी लग रही थी। कोई देख ले तो नज़र ठहर जाए। उसने अपनी क्यूट सी आवाज़ से कहा मम्मा सच्ची में डैडा अपनी प्रिंसेस को छोड़ कर चले जायेंगे। जैसे ही उसने ये कहा पीछे से आवाज़ आयी। बिलकुल नहीं मेरी प्रिंसेस डैडा ऐसा कभी नहीं कर सकते। हम लेट जायेंगे पर अपनी प्रिंसेस को साथ ले कर ही जायेंगे।
इतना सुनते ही वो बच्ची उस तरफ देखने लगी जहा से ये आवाज़ आयी थी। पीछे सीढ़ियों से उतरते हुए।आदमी को देख उसके फेस पर प्यारी सी स्माइल आ गयी।वो अब वहां से उस आदमी के पास जाते हुए बोली डैडा देखो आपकी वाइफ कैसे नन्ही सी जान को परेशान कर रही है।
हमने इनसे कहा की हमें बाल नहीं बनवाने फिर भी ये पीछे ही पड़ी है। अब आप ही इन्हे बोलो मेरी तो सुनती ही नहीं है। ये बोलते हुए उसने अपने नन्हे नन्हे हाथों को सर पर रख लिया।उसकी नौटंकी देख सामने खड़ी औरत जिसका नाम कीर्ति कुकरेजा है। ये है कर्तव्य कुकरेजा की वाइफ अब तो आप भी समझ गए होंगे।
आशी के डैडा का नाम कर्तव्य कुकरेजा है। खैर कीर्ति ने आसी की नौटंकी देखते हुए कहा देखो तो इस शैतान को कैसे नौटंकी कर रही है। सब आप का किया है। आप ने ही इसे सिर पर चढ़ा रखा है। इसे देख कर कौन कहेगा ये सिर्फ पांच साल की है। बाते तो इसकी दादी अम्मा वाली होती है। अब आप ही सम्भालो इसे मै जा रही हु अपना काम करने हूं..हूं..|
वो चली गयी। उसके जाते ही दोनों बाप बेटी मुँह दबा कर हसने लगे। हस्ते हुए कर्तव्य ने कहा प्रिंसेस मम्मा बहुत परेशान करती है ना आप को इस पर आशी स्माइल करते हुए क्यूटनेस के साथ कहा हां करती है। फिर बोलती है कोई बात नहीं डैडा आप के लिए मैं इतना कर ही सकती हूँ अब आप को अपनी वाइफ से डांट थोड़ी खाने देख सकती हूं मैं
उसकी बात सुन कर कर्तव्य हस्ते हुए कहते है। प्रिंसेस डैडा को ही टीज़ कर रहे हो। डैडा मम्मा से ित्तु सा भी नहीं डरते। ये कहते टाइम उन्होंने अपने हाथो की उंगलियों से इशारा किया। जिसे देख कर आशी हसने लगतीहै। कर्तव्य ने कहा अच्छा अच्छा अब आप चलो हम आप के बाल बना देते है। उसके बाद हमें ऑफिस भी जाना है। और आप को भी तो अपने स्कूल जाना हैं न
थोड़ी देर बाद
सब रेडी हो गए थे। कीर्ति ने ब्रेकफस टेबल पर लगा दिया और वो कर्त्तव्य और आशी को बुलाने जा ही रही थी। की तभी डोर नॉक होता है। जिसे देखने वो डोर के पास जाती है। जैसे ही उसने डोर ओपन किया उसके सामने दो आदमी अपने चेहरे पर ब्लैक मास्क पहने खड़े थे। उन्हें देख कीर्ति को अजीब लगा उसने पूछा जी आप लोग कौन है। किस्से मिलना है। आप को...??
इस पर वो दोनों अंदर आते हुए कहते है।पहले अंदर तो आने दो मैडम जी..... उसकी आवाज़ अजीब थी। जो कीर्ति को अंदर ही अंदर डरा रही थी। उसने उन्हें देखते हुए कर्तव्य को आवाज़ दी। कर्तव्य जो के बाल बना वही आ रहे थे। वो बोले क्या हुआ कीर्ति जी कौन आया है।
कीर्ति की आवाज सुनकर कर्तव्य आशी को छोड़कर नीचे आ गया। उसने आते ही देखा कि दो अनजान लोग उनके घर में खड़े हैं। कर्तव्य ने पूछा, "कौन है आप लोग? और यहाँ क्या करने आए है ?"
दोनों आदमियों ने अपने मास्क को ठीक करते है जिससे कोई उन्हें पहचान ना पाएऔर कहा जान पहचान तो होती रहेगी Mr. कर्तव्य कुकरेजा जी इतनी भी क्या जल्दी है। पहले बैठने तो दो हमें थक गए है। हम दोनों वो काफ़ी सरकास्टिली ये सब बोल रहे थे।
कर्तव्य को अजीब लगा और उसने कहा, "मेरे घर में आ कर ये क्या गुंडा गर्दी है। आप लोगो को पता नहीं किसी के घर ऐसे नहीं जाते। आप जो भी है। जाइये यहाँ से नहीं तो प्रॉब्लम आप को ही होंगी।
आशी जो कर्तव्य के साथ नीचे आई थी, वह इन अनजान लोगों से डर गई और कर्तव्य के पीछे छुप गई। कर्तव्य ने उसे कहा, "डरो नहीं प्रिंसेस, मैं हूँ ना।"कीर्ति जो वही खड़ी थी। वो जल्दी से आसी के पास आयी और उसे अपनी गोद में ले लिया। आशी भी उससे चिपक गयी।
लेकिन आशी के चेहरे पर अभी भी डर साफ़ दिख रहा था। कर्तव्य ने कहा, "अब बताओ, तुम लोग क्या चाहते हो?"
दोनों आदमियों ने कहा, "हमें आप के साथ एक डील करनी है। उससे आप का ही फायदा होगा। उनकी बाते सुन कर्तव्य ने कहा देखिये पहली बाते मुझे आप के साथ कोई डील नहीं करनी और कैसी डील किस चीज की डील है। ये जिसके लिए आप खुद चल कर हमारे दहलीज तक आये।
कर्तव्य ने कीर्ति और आसी को कहा, "तुम लोग जाओ, मैं इनसे बात करता हूँ।"
कीर्ति ने कहा, "लेकिन कर्तव्य, मुझे लगता है कि ये लोग ठीक नहीं हैं।"
कर्तव्य ने कहा, "कोई बात नहीं, मैं संभाल लूंगा। तुम लोग जाओ।"
कीर्ति और आशी ऊपर चली गईं। कर्तव्य ने कहा, "अब बताओ, क्या बात है?"कौन सी डील है।तुम लोग हो कौन क्या चाहते हो मुझसे। उसकी बाते सुन कर वो दोनों आदमी हसने लगे😈 उन्हें ऐसे देख कर्तव्य को कुछ सही नहीं लग रहा था। उसके मन में अजीब सा डर था।
वही वो दोनों आदमी अपनी बाते आगे बढ़ाते हुए कहते है। देखिए आप को हमारे लिए अपने डिपार्टमेंट से एक डाटा लाना होगा। जिसमे हमारे सर के खिलाफ एविडेन्स है। अगर आप ने ये काम कर दिया। तो आप की फैमिली में किसी को काम करने की जरुरत नहीं पड़ेगी। इतना पैसा देंगे कि आपकी सात पीढ़ी भी बैठ कर खाएगी आप जितना मांगों , मुँह मांगी कीमत आप को दी जाएगी।
सारी लाइफ आराम से बैठ कर ऐस करियेगा। उनकी बाते सुनते ही कर्तव्य का गुस्सा कांट्रोल से बाहर हो गया। उसने चिल्लाते हुए कहा तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई। मेरे घर आ कर मुझे रिश्वत देने की शर्म नहीं आती मुझे मेरी ही देश के खिलाफ काम करने का कहते हो। मै तुम लोगो की कोई डील नहीं मानने वाला अब चलो निकलो यहाँ से बस बहुत हो गया।
वो दोनों आदमी एक दूसरे को देखने लगे। उनमे से एक आदमी ने कहा कुकरेजा बहुत पछताओगे। अभी भी टाइम है मान लो हमारी डील क्यूँ अपनी और अपनी बीवी बच्चे की जान के दुश्मन बन रहे हो। हमारी बाते मानोगे फायदे में रहोगे। नहीं तो तुम समझदार हो। उनकी बाते सुन कर्तव्य पर जैसे कोई असर ही ना पड़ रहा था। वो अब भी वैसे ही खड़ा था।
उसे ऐसे देख दोनों आदमी गुस्से मे एक दूसरे को देखने लगे।उन्हें समझ नहीं आ रहा था। आखिर ये कैसा इंसान है। जिसे अपनी फैमिली की भी कोई फ़िक्र नहीं।
आज के लिए बस इतना ही मिलते है next chapter मे...
आगे क्या होगा जानने के लिए बने रहे हमारे साथ...